आदम अलैहिस्सलाम के उलूम
आदम अलैहिस्सलाम के उलूम
और अल्लाह तआला ने आदम को तमाम अशिया के नाम सिखाए फिर सब अशिया मलायका पर पेश करके फ़रमाया सच्चे हो तो इनके नाम बताओ ।
हज़रत इब्ने अब्बास, अकरमा कतादा, मुजाहिद और इब्ने जुबैर रज़ियल्लाहु अन्हुम का इरशाद है ।
अल्लाह तआला ने आप को तमाम चीज़ो के नामों का इल्म अता किया यहां तक कि बड़े और छोटे प्याले के नाम भी बताये ।
बाज़ हज़रात ने हज़रत इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा की तरफ कौल मंसूब करते हुए कहा कि आप ने फ़रमाया कि हज़रत आदम अलैहिस्सलाम को अल्लाह तआला ने जो कुछ हो चुका है और जो कुछ होना है का इल्म अता फरमाया ।
पहले मायने और इस मायने के लिहाज़ से मक़सद एक ही है कि अल्लाह तआला ने आप को तमाम चीज़ों और उनके नामों का इल्म अता कर दिया ख़्वाह वह पहले पाई जा चुकी हैं या बाद में पाई जाने वाली हैं ।
इमाम राज़ी अलैहिर्रहमा ने फ़रमाया कि आप को तमाम चीज़ों की सिफ़ात और नेमतें और ख़्वास तक का इल्म अता फरमा दिया गया था ।
अल्लाह तआला ने आपको तमाम चीज़ों के अहवाल और उनसे दीनी या दुनियावी मुनाफा जो मुताल्लिक हैं उन तमाम का इल्म अता फरमा दिया था ।(ads2)
एक कौल के मुताबिक आप अलैहिस्सलाम को तमाम ज़बानें सिखा दी गई और एक कौल के मुताबिक आप को तमाम मलायका के नामों से आगाह कर दिया गया और एक कौल के मुताबिक आप को तमाम सितारों के नामों पर मुत्तला फरमा दिय गया था ।
अल्लामा आलूसी रहमतुल्लाहि अलैहि ने मुख़्तलिफ़ अक़वाल नक़्ल करने के बाद हकीम तिर्मिजी का कौल नक़्ल किया ।
कि इस आयते करीमा में अस्मा (नाम) से मुराद असमाए इलाहया हैं। इस के बाद आपने फरमाया मेरे नज़दीक हक़ यह है और तमाम अल्लाह वाले भी इसे ही हक मानते हैं और मनसबे ख़िलाफ़त का तक़ाज़ा भी यही है कि आप को तमाम अशिया के नाम का इल्म अता किया गया है ।
वह अशिया ख़्वाह अलवी हों या सिफ़ली जौहरी हों या अर्ज़ी, इन तमाम के नामों को अल्लाह तआला के अस्मा ही कहा जाता है। क्योंकि तमाम चीजें अल्लाह तआला की ज़ात पर दलालत करती हैं, और अल्लाह तआला की जात के जलवे तमाम अशिया से ज़ाहिर होते हैं अगरचे अल्लाह तआला उनमें मुक़य्यद नहीं होता ।
📗 तज़किरतुल अंबिया